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विचित्र दुनिया ' उपन्यास' भाग 3|Vichitra duniya part 3|Author kedar

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"विचित्र दुनिया भाग 3, राघव फंसा गिद्धों के झुंड में" आप सुन रहे हैं — Author Kedar, जहाँ हर शब्द में बसी है ज़िंदगी की कहानी, और हर आवाज़ ले चलती है आपको भावनाओं की गहराइयों तक। कहानियों का यह जादुई सफर अभी शुरू हुआ है… 🎧 राघव इससे पहले कि कुछ समझ पाता, वह गिद्घ के चंगुल मे फस गया, और गिद्ध उन्हे आकाश मंडल में हिलोरे मारते हुए ले उड़ा .... राघव, जय श्री राम,जय हनुमान का स्मरण कर उन्हे जोर जोर से पुकार रहा था, उनके चंगुलो से छूटने के लिए  वह अपनी पूरी ताकत लगा दिया,किंतु वह असफल रहा । विचित्र दुनिया — एक ऐसी दास्तान, जो आपकी सोच से परे है। यह कहानी एक आम इंसान की है... लेकिन एक ऐसी त्रासदी से गुज़रने की है, जिसे सुनकर आपकी रूह कांप उठेगी। यह कहानी पूरी तरह काल्पनिक है, लेकिन इसके हर शब्द में एक सच्चाई की झलक छुपी है। आप जिस कहानी को पढ़ रहे हैं, उसके लेखक हैं — केदारनाथ भारतीय, प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) से। वेबसाइट: www.kedarkahani.in सरल स्वभाव और समाज की गहराई से समझ रखने वाले केदारनाथ जी ने इस कहानी को उन सच्चाइयों से प्रेरित होकर लिखा है, जो हमें अक्सर नजर नहीं आतीं ...

विचित्र दुनिया " उपन्यास" भाग 2|Vichitr duniya bhag 2|Author kedar

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मानव आत्माएं तेजी भागती हुई। जब यादें बन जाएँ अंधेरा… और हर रास्ता ले जाए अनजाने डर की ओर। क्या राघव अपने अतीत से निकल पाएगा? जानिए ‘विचित्र दुनिया’ के इस अध्याय में। भाग – 2 राघव फंसा आत्माओं के बीच मैं बिना मृत्यु के जीना चाहता हूँ, आजाद होकर स्वछंद होकर जीवन बिताना चाहता हु। मैं मृत्यु से इतना दूर चला जाना चाहता हूँ कि जहाँ हजार- हजार जन्म लेने के बाद भी वह मेरे निकट न पहुँच सके इसलिए जाने दो, रोको मत।  विचित्र दुनिया — एक ऐसी दास्तान, जो आपकी सोच से परे है। यह कहानी एक आम इंसान की है... लेकिन एक ऐसी त्रासदी से गुज़रने की है, जिसे सुनकर आपकी रूह कांप उठेगी। यह कहानी पूरी तरह काल्पनिक है, लेकिन इसके हर शब्द में एक सच्चाई की झलक छुपी है। आप जिस कहानी को पढ़ रहे हैं, उसके लेखक हैं — केदारनाथ भारतीय, प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) से। वेबसाइट: www.kedarkahani.in सरल स्वभाव और समाज की गहराई से समझ रखने वाले केदारनाथ जी ने इस कहानी को उन सच्चाइयों से प्रेरित होकर लिखा है, जो हमें अक्सर नजर नहीं आतीं "विचित्र दुनिया" सिर्फ एक कहानी नहीं है ! ये एक अनुभव है, जो आपको अंदर तक हिला कर रख ...

विचित्र दुनिया " उपन्यास" भाग 1|Vichitr duniya| Author kedar

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जब यादें बन जाएँ अंधेरा… और हर रास्ता ले जाए अनजाने डर की ओर। क्या राघव अपने अतीत से निकल पाएगा? जानिए ‘विचित्र दुनिया’ के इस  अध्याय में। रात्रि के ठीक 12:44 पर, वह रेड कलर की बस अकोढापुर चौराहे पर आकर रुकी थी। राघव बस से उतरकर वही खड़े-खड़े गांव की ओर निहारने लगा। अभी वह कुछ समझ भी नहीं पाया था कि बस वहां से अचानक एक पल में गायब हो गई। राघव की रूह कांप गई ! हे...! बस कहां गई,  ऐसे कैसे हो सकता हैं, मेरे उतरते ही बस गायब हो गई ! हे भगवान ! वह डर गया था। उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था। विचित्र दुनिया — एक ऐसी दास्तान, जो आपकी सोच से परे है। यह कहानी एक आम इंसान की है... लेकिन एक ऐसी त्रासदी से गुज़रने की है, जिसे सुनकर आपकी रूह कांप उठेगी। यह कहानी पूरी तरह काल्पनिक है, लेकिन इसके हर शब्द में एक सच्चाई की झलक छुपी है। "विचित्र दुनिया" सिर्फ एक कहानी नहीं है ! ये एक अनुभव है, जो आपको अंदर तक हिला कर रख देगा। "आप देख रहे हैं Author Kedar, जहाँ कहानियाँ सिर्फ नहीं सुनाई जातीं — महसूस कराई जाती हैं।" ✍️ लेखक: केदार नाथ भारतीय | प्रयागराज, उत्तर प्रदेश 🌐 Website: www.kedarka...